उससे गुस्साकर दूर जाता हूं यह सोचते हुए कि उस बेवफा के पास कभी लौटकर नहीं आऊंगा गुस्सा ठंडा होने पर फिर उसकी याद सताने लगती है लौट आता हूं उसकी दामन में ठोकर खाने के लिए मुझको उसकी आदत है बिना प्यार दिल नहीं माने मर जाएंगे जीते जी ऐसे हैं हम दीवाने
Hindi shayari | shayari Sangrah | acchi shayari | Hindi mein likha hua shayari | shayari Manoj Kumar